RECESSION यानि मंदी
मंदी जे नए कराबे...सुनए में बर आसान शब्द लागे ये मुदा बर खतरनाक शब्द छी इ RECESSION.
अमेरिकी आर्थिक मंदी (US recession) के असर भारत पर भी भ गेल आ धीरे-धीरे जटिल भा रहल ये । अखबार, न्युज चैनल (हिन्दी, अंग्रेजी) सब में अए सा जुरल न्युज के भरमार ये। अही कारण कतेक रास कंपनी सब बंद भ रहल ये, सब सा बेस छेाट कंपनी के मंदी के झटका लागल ये। कतेक युवा छन en रेाजगार साँ बेरेाजगार भ गेल आ भ रहल ये, कतेक चुल्हा बंद हेाए के कगार पर ये, कतेक लाखपति धरातल पर आबि गेल ये । देश के अरबपति के कमाई पर मंदी जबरदस्त सेंध लगालक ये आ लगभग सब के संपत्ति में करीब 61 परसेंट तक के गिरावट आएल ये।
रेाज कुनु नए कुनु कंपनी पींक स्लीप या रिलेाकेशन थमा रहल ये । सच पुछु ता हमरेा डर लागे ये,
आए के समय में किछ भी भा सके ये अखन तक ता बिरला ग्रुप आ किछ ढंग के कंपनी एहि तरह के एकसन ने ल रहल ये लेकिन भबिस्य के नए पता। एही मामले में सरकारी नेाकरी बाला बृन्द सब ठीक अैछ ।
Sunday, March 22, 2009
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MITHILAK PAIGH AA BAHUCHARCHIT ZILA MUZAFFERPUR KE CHARCH APNE APNA MITHILA PRISTH
ReplyDeletePAR NAHIK KA APNE APAN ALPGYATA AA DUTIBHAVAK UDAHRAN DENAHU.AAHA EHAN VIDWAN SA EHAN UMMIDAK KALPNA TA NAHI CHHAL.AASHA NAHI VISHWAS AICHHI APNE PUNAR-VICHAR KARAV. GOPAL JEE MAITHIL.
प्रिय गेापाल जी,
ReplyDeleteदेर सा जबाब दऽ के लेल क्षमा कऽ देब संग ही अपने के कहलानुसार सुधार कऽ देल गेल ये।
अहींक,
अमित झा